उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2021: एक लाख से अधिक छात्र-छात्राएं बिना वैक्सीनेशन देंगे 12वीं की परीक्षा
कोविड की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को सबसे अधिक खतरा बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों की इस पर चेतावनी के बाद अस्पतालों में बच्चों के लिए बेड और वार्ड तैयार किए जा रहे हैं, वहीं उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा की तैयारी में जुटे विभाग की ओर से एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए वैक्सीनेशन के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए हाईस्कूल की परीक्षा को जहां निरस्त किया जा चुका है। वहीं 12वीं की परीक्षा स्थगित है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक स्थगित परीक्षा को कराया जा सके इसके लिए जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। बहुविकल्पीय (एमसीक्यू) आधार के साथ ही परंपरागत तरीके से परीक्षा कराए जाने पर विचार किया जा रहा है।
परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही कोविड गाइड लाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा लेकिन परीक्षा से पहले परीक्षा में बैठने वाले एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को कोविड वैक्सीन लगाया जाना संभव नहीं है।
अभी शिक्षकों को भी वैक्सीन नहीं लगी
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी शिक्षकों को भी वैक्सीन नहीं लगी। ऐसे में छात्रों का नंबर कब आएगा कुछ कहा नहीं जा सकता। उधर अभिभावकों का कहना है कि बिना वैक्सीनेशन एवं अन्य सुरक्षा इंतजाम के परीक्षा कराया जाना ठीक नहीं है। अधिकतर अभिभावक परीक्षा कराए जाने के पक्ष में नहीं हैं।
प्रदेश में मात्र 30 हजार शिक्षकों को वैक्सीन लगी है। कोविड के खतरे को देखते हुए 12वीं के छात्रों को हाईस्कूल के छात्रों की तर्ज पर प्रमोट किया जाना चाहिए। अभिभावक परीक्षा के पक्ष में नहीं हैं।
– आरिफ खान, अध्यक्ष नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट राइट्स
परीक्षा से पहले शिक्षकों के वैक्सीनेशन का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अभी छात्रों को वैक्सीन लग पाना संभव नहीं है, परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा।
– अरविंद पांडे शिक्षा मंत्री