कोरोना से मौत पर मुआवजे का फर्जी फॉर्म वायरल, डीएम ने दिए जांच के आदेश
कोरोना के विकट दौर में जालसाज ऐसे शोकाकुल परिवारों को भी ठगने की फिराक में हैं, जिन्होंने इस महामारी के कारण अपने स्वजन को खोया है। ऐसे परिवारों को झांसे में लेने के लिए जालसाज एक फॉर्म भेज रहे हैं, जिसमें कोरोना से मृत्यु होने पर संबंधित के स्वजन को चार लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही गई है।
अच्छी बात यह है कि अभी तक इस फॉर्म के जरिये किसी भी व्यक्ति से ठगी की जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन, प्रशासन ने ऐसी गतिविधियों से सभी को सतर्क रहने के लिए कहा है। प्रशासन का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति के पास इस तरह का फॉर्म आता है तो वह उस पर आवेदन करने की जगह प्रशासन या पुलिस से शिकायत करे।
बता दें कि, कोरोना से मृत्यु होने पर सरकार ने संबंधित व्यक्ति के स्वजन को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि देने का कोई प्रविधान नहीं किया है। जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने फॉर्म को फर्जी बताया है। उन्होंने कहा कि प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं।
जालसाजों के पास मृतकों के स्वजन का मोबाइल नंबर कहां से आया?
जिन व्यक्तियों की मौत कोरोना से हो रही है, उनके स्वजन का मोबाइल नंबर स्वास्थ्य विभाग के पास है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि संबंधित व्यक्तियों के नंबर जालसाजों के पास कैसे पहुंच गए। वाट्सएप पर भेजे जा रहे फॉर्म में पत्रंक नंबर आदि भी दर्ज किया गया है, जिससे लोग आसानी से झांसे में आ जाएं। फॉर्म उप जिलाधिकारी के नाम संबोधित है। जिससे यह दर्शाया जा रहा है कि मुआवजे के लिए प्रशासन के पास आवेदन करना है।