देहरादून जिले में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन का स्टॉक खत्म, भटक रहे परिजन
जिले में ब्लैक फंगस इंजेक्शन का स्टॉक खत्म हो गया है। बुधवार दोपहर को ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में इंजेक्शन खत्म हो चुके थे। इसके चलते मरीज और उनके परिजन परेशान हैं।
सरकार ने ब्लैक फंगस के इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए एक कमेटी गठित की है। यह कमेटी सीएमओ कार्यालय के माध्यम से अस्पतालों को इंजेक्शन उपलब्ध कराएगी। साथ ही डॉक्टरों की सलाह के बाद ही अस्पतालों को इंजेक्शन दिए जाएंगे।
यह भी कहा गया था कि अस्पताल मरीजों को चक्कर कटाने के बजाय खुद इंडेंट भर जरूरी फॉर्मेट में भेजें। इंजेक्शन आने पर अस्पताल या विभाग का कोई व्यक्ति ले जाएगा। इसके बावजूद एम्स ऋषिकेश और अन्य दूरदराज के अस्पतालों से भी तीमारदारों को सीएमओ दफ्तर भेजा जा रहा है।
बुधवार को भी कई लोग इंजेक्शन न मिलने की वजह से मायूस लौटे। जबकि सीएमओ दफ्तर के अधिकारियों का कहना था कि ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों को कुछ मात्रा में इंजेक्शन भेजे गए हैं। अब इंजेक्शन आने के बाद दोबारा उपलब्ध कराए जाएंगे।
वहीं, विभाग से यह भी पता लगा है कि जिले के कुछेक अस्पतालों में ही गिनती के इंजेक्शन बचे हैं। ज्यादातर अस्पताल प्रबंधनों की ओर से बताया जा रहा है कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इंजेक्शन अपर्याप्त हैं।
चार दिन में 300 से ज्यादा इंजेक्शन अस्पतालों और परिजनों को दिए जा चुके हैं। बुधवार को इंजेक्शन खत्म हो गए। अब जब भी इंजेक्शन आएंगे, तुरंत वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
– डॉ. अनूप कुमार डिमरी, सीएमओ
सात अस्पतालों में होगा ब्लैक फंगस का इलाज
देहरादून जिले में सरकार द्वारा अधिकृत सात अस्पतालों में ही ब्लैक फंगस के मरीजों का उपचार किया जाना है। सीएमओ ने बताया कि सभी अस्पतालों को इस संबंध में निर्देशित किया गया है। इसके बाद अब विभिन्न अस्पतालों से ब्लैक फंगस के मरीजों को अधिकृत अस्पतालों में भेजा जा रहा है।