उत्तराखंड : 24 घंटे में 67 की मौत, 5058 लोग मिले कोरोना संक्रमित, सक्रिय मामले 39 हजार पार
त्तराखंड में सोमवार को 67 कोरोना मरीजों की मौत हुई है, जबकि 5058 और लोग संक्रमित मिले हैं। अब प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 156859 पहुंच गई है।
वहीं, बीते 24 घंटे में प्रदेश में 67 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इन मौतों को मिलाकर अब तक 2213 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। रविवार को 1601 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया। इन्हें मिलाकर 112265 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
संक्रमित मामले तेजी से बढ़ने के कारण सक्रिय मामले 39031 पहुंच गए हैं। सोमवार को देहरादून जिले में 2034, हरिद्वार में 1002, नैनीताल में 767, ऊधमसिंह नगर में 283, चंपावत में 104, पौड़ी में 323, उत्तरकाशी में 45, टिहरी में 87, अल्मोड़ा में 135, पिथौरागढ़ में 88, चमोली में 97, रुद्रप्रयाग में 64, बागेश्वर जिले में 29 संक्रमित मामले मिले हैं।
कोरोना संक्रमित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कुमार सिंह का अस्पताल में निधन
उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार और प्रदेश दकी सहकारिता में बड़ा नाम रहे कोरोना संक्रमित प्रमोद कुमार सिंह का सोमवार सुबह मैक्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। प्रमोद कुमार सिंह को कुछ दिन पहले मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। उनके निधन से कांग्रेस में शोक की लहर है।
वर्तमान में प्रमोद कांग्रेस प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष, इफको के राष्ट्रीय निदेशक, एमसीयूआई के निदेशक, राज्य कोकॉपरेटिव सोसायटी के निदेशक थे। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा आदि ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।
जीयोलोजिस्ट का निधन
ओएनजीसी देहरादून में जीयोलोजिस्ट के पद पर कार्यरत तहसील कालसी के बोहरी गांव निवासी गजेंद्र सिंह चौहान का लंबी बीमार के चलते रविवार सुबह देहरादून के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से गांव में मातम छा गया। वर्ष 2009-10 में वे ओएनजीसी में नियुक्त हुए थे।
सेना के 45 जवान व कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव
चमोली जनपद में सोमवार को कोरोना के 177 नए मामले सामने आए। वहीं घाट ब्लाक के कुरूड़ में 127-प्रादेशिक सेना बटालियन गढ़वाल राइफल कैंप में कोरोना के 45 मामले आए। इस पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देश पर पूरे कैंप को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। यहां पर किसी भी तरह की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। इससे पूर्व गैरसैंण क्षेत्र के अंतर्गत कुशरानी बिचली गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था।
चमोली जिले में सोमवार को घाट ब्लाक में 57, कर्णप्रयाग में 49, थराली में 19, नारायणबगड़ व जोशीमठ से 14-14, गोपेश्वर में 13, चमोली में 6, पोखरी में 3 तथा देवाल में 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है।
वहीं कोरोना संक्रमित 37 लोगों को जिला कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किया गया है। इसके अलावा 584 को होम आइसोलेशन में रखा गया है। मेडिकल टीम आइसोलेट सभी मरीजों की नियमित जांच में जुटी है।
25 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि
सोमवार को ब्लाक खिर्सू में 25 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सूची के अनुसार रेलमार्ग परियोजना श्रीकोट, प्रगति विहार श्रीनगर, डांग, डाक बंगला, कमलेश्वर, स्वीत, मेडिकल कॉलेज, गोला बाजार व अलकनंदा विहार आदि क्षेत्रों में 19 कोरोना के केस आए हैं। वहीं, कोविड अस्पताल के पीआरओ अरुण बडोनी ने बताया कि सोमवार को बेस अस्पताल में 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने दी अस्पताल प्रशासन पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी
सरकारी अस्पतालों में कोविड प्रबंधन को लेकर अव्यवस्था की शिकायत को लेकर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी खुलकर सामने आ गई। दून के ही एक निजी अस्पताल में अपने भांजे का उपचार कराने पहुंचे हरक सिंह ने लापरवाही से क्षुब्ध होकर डाक्टरों से लेकर अस्पताल के अन्य स्टाफ को मुकदमा दर्ज कराने तक की धमकी दे डाली।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के भांजे को कोरोना संक्रमित होने के बावजूद दून अस्पताल में बेड नहीं मिल पाया। इसके बाद किसी तरह से दून के ही एक बड़े निजी अस्पताल में रोगी को शिफ्ट किया गया। रविवार देर रात यहां पहुंचे हरक सिंह ने अस्पताल स्टाफ से आग्रह किया कि भांजे का ऑक्सीजन स्तर माप लिया जाए।
आरोप है कि इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद हरक सिंह की नाराजगी खुलकर सामने आ गई। इसी समय कुछ और रोगी भी आए और आरोप लगाया कि उनकी भी किसी ने परवाह नहीं की। इससे गुस्साए हरक सिंह ने अस्पताल प्रशासन को मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दे दी, इस पर कुछ डाक्टर आए और व्यवस्था संभाली।
बाद में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इस कारण अस्पतालों की व्यवस्था भी चरमरा गई है। मामला संसाधनों की कमी का उतना नहीं है जितना कि संवेदनहीनता और संसाधनों का कुशलता से प्रयोग न करने का है।
दूसरी लहर में कुल 684 पुलिसकर्मी हुए संक्रमित
दूसरी लहर में अभी तक कुल 684 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए हैं। इनमें से एक महिला पुलिसकर्मी की हालत गंभीर है। यह जानकारी पुलिस मुख्यालय ने जारी की है। मुख्यालय के अनुसार महिला पुलिसकर्मी गर्भवती होने के कारण वैक्सीन नहीं लगवा सकी थी।
डीजीपी अशोक कुमार ने भी कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि पहली लहर में पुलिस के 1981 जवान संक्रमित हुए थे। इनमें से 100 से ज्यादा जवानों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था। जबकि, सात की मृत्यु हो गई थी।
वर्तमान में 90 फीसदी पुलिसकर्मियों को दोनों वैक्सीन लग चुकी है। यही कारण है कि दूसरी लहर में संक्रमित हुए पुलिसकर्मियों में से किसी को भी अस्पताल ले जाने की नौबत नहीं आई है। डीजीपी ने बताया कि यदि आपको टीका लगाने के बाद भी संक्रमण होता है, तो टीकाकरण से बनी एंटीबॉडी आपको इससे लड़ने में मदद करेंगी। कोरोना का टीका लेने में संकोच नहीं करें और जब आपकी बारी आए तो केंद्र पर जाकर टीका जरूर लगवाएं।