हरिद्वार में एसटीएफ की रेड में दो पुलिसकर्मी समेत छह नशा तस्कर गिरफ्तार

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देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने हरिद्वार में नशा तस्करों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए चार नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। नशा तस्करों से 189 ग्राम स्मैक व सवा किलो चरस बरामद हुई है। नशा तस्कर दो पुलिसकर्मियों के संरक्षण में बड़े स्तर पर नशे का धंधा कर रहे थे। एसटीएफ ने दोनों आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एनडीपीएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस की वर्दी में ऐसे कृत्य करने वालों को बख्शा नहीं किया जाएगा। दोनों पुलिसकर्मी जल्द बर्खास्त होंगे।

एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में नशा तस्कर बड़े पैमाने पर नशे का धंधा कर रहे हैं। इस पर एसटीएफ व एंटी ड्रग टास्क फोर्स की संयुक्त टीम का गठन किया गया। शुक्रवार को सबसे पहले ज्वालापुर निवासी राहिल के घर पर दबिश दी गई, जिसमें आरोपित को गिरफ्तार कर उसके पास से 189 ग्राम स्मैक बरामद की गई। वहीं, बेची गई स्मैक के एवज में प्राप्त 9700 रुपये बरामद किए गए।

पूछताछ में राहिल ने बताया कि वह कुछ सालों से सत्तार के कहने पर नशा खरीदने व बेचने का काम करता है। 2017 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह अन्य तस्करों के माध्यम से नशे के धंधे को चलाता है। राहिल ने यह भी बताया कि सत्तार को इस धंधे में कुछ पुलिस कर्मी भी मदद करते हैं। वह फोन व व्यक्तिगत रूप से पुलिस की गोपनीय जानकारी देते हैं, जिससे तस्कर आसानी से नशे के धंधे को चला पाते हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरोह के सरगना सत्तार को रोहल्की बहादराबाद से गिरफ्तार किया। पूछताछ में सत्तार ने बताया कि गैंग में गंगेश नाम की महिला निवासी कस्सावान हरिद्वार भी शामिल है। वह उत्तरकाशी के नाकरेटिक्स के एक मुकदमे में 10 साल की सजायाफ्ता है। पुलिस की ओर से कोई भी कार्रवाई होने पर हरिद्वार के थाना ज्वालापुर में नियुक्त कांस्टेबल अमजद सूचना देता था और माल व गिरोह के सदस्यों को पुलिस से बचने के लिए कहता था। इसके अलावा एंटी ड्रग टास्क फोर्स में नियुक्त कांस्टेबल रईसराजा भी पुलिस की दबिश की सूचना समय-समय पर देता रहता था।

इसके बाद पुलिस ने गंगेश के घर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उसके घर से सवा किलो चरस बरामद हुई। आरोपित राहिल से पूछताछ के बाद पुलिस ने इरफान निवासी एकड़ पथरी को गिरफ्तार किया। एसएसपी ने बताया कि अब पुलिस आरोपितों के मोबाइल फोनों की जांच कर रही है। जांच में सामने आया है कि थाना ज्वालापुर में नियुक्त कांस्टेबल अमजद व हरिद्वार एडीटीएफ में नियुक्त कांस्टेबल रईसराजा तस्करों को संरक्षण दे रहे थे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

ज्वालापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है सत्तार

एसएसपी ने बताया कि सत्तार ज्वालापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 38 मुकदमे दर्ज हैं।

 

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