उत्तराखंड में सोमवार से जंगलों की आग बुझाने में जुटेगी वायुसेना, गृहमंत्री ने दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

0

उत्तराखंड में विकराल होती जंगलों की आग को बुझाने में वायुसेना सोमवार से जुटेगी। प्रदेश सरकार के आग्रह पर केंद्र ने वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों को इसके लिए अनुमति दे दी है। इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर वार्ता कर वनों में आग की स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री के मुताबिक गृह मंत्री ने आश्वस्त किया कि आग पर नियंत्रण को हरसंभव सहायता मुहैया कराई जाएगी। जरूरत पडऩे पर एनडीआरएफ की टीमें भी भेजी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये जंगल की आग की समीक्षा की। उनके निर्देश पर वन विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। साथ ही जंगलों पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है।

बेकाबू होती जंगलों की आग पर नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर बीते रोज वायुसेना के दो हेलीकाप्टर मुहैया कराने का आग्रह करते हुए शासन ने रक्षा मंत्रालय को पत्र भेजा था। वायुसेना ने शनिवार देर शाम वन विभाग से विभिन्न जानकारियां मांगी। रविवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय गृहमंत्री से फोन पर वार्ता की। मुख्यमंत्री ने बताया कि वायुसेना का एक हेलीकाप्टर गढ़वाल और दूसरा कुमाऊं मंडल में आग बुझाने में जुटेगा। गढ़वाल क्षेत्र में तैनात हेलीकाप्टर गोचर में स्टेशन करेगा, जो श्रीनगर अथवा टिहरी झील से पानी लेगा। कुमाऊं मंडल में हेलीकाप्टर हल्द्वानी में स्टेशन करेगा और भीमताल अथवा नौकुचियाताल से पानी प्राप्त करेगा।

सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन ने जानकारी दी कि वायुसेना के दोनों हेलीकाप्टर सोमवार को उत्तराखंड पहुंचकर मोर्चे पर जुट जाएंगे। उन्होंने बताया कि वन विभाग, स्थानीय प्रशासन के अधिकारी वायुसेना से निरंतर समन्वय में रहेंगे। उन्होंने कहा कि देहरादून के झाझरा में एनडीआरएफ का एक दस्ता तैयार है। यदि जरूरत पड़ी तो उसकी सेवाएं भी ली जाएंगी।

इस बीच मुख्यमंत्री ने रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये शासन, वन विभाग व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही सभी जिलाधिकारियों संग समीक्षा की।  उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि वनों में आग की सूचनाएं कंट्रोल रूम को तुरंत मिलें। साथ ही रिस्पांस टाइम में भी कमी लाई जाए। यह भी निर्देश दिए कि अग्नि नियंत्रण में वन पंचायतों और स्थानीय ग्रामीणों का सक्रिय सहयोग लिया जाए, मगर इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चे और बुजुर्ग आग बुझाने न जाएं। वन बचाने को व्यापक जनजागरण के साथ ही गांवों और रिहायशी इलाकों के इर्द-गिर्द झाडिय़ां साफ रखने को कदम उठाने को भी कहा। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, एसए मुरूगेशन सहित अन्य अधिकारी, डीएम व डीएफओ शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने ये भी दिए निर्देश

  • आग से क्षति पर प्रभावितों को मानकों के अनुरूप जल्द दिया जाए मुआवजा
  • अग्नि नियंत्रण को फील्ड स्तर पर वाहनों व उपकरणों की न होने पाए कमी
  • तहसील व ब्लाक स्तर पर भी स्थापित किए जाएं कंट्रोल रूम व फायर स्टेशन
  • जंगलों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ हो कठोर कार्रवाई
  • हरिद्वार में कुंभ मेला क्षेत्र में जंगलों की आग पर नियंत्रण के लिए विशेष ध्यान दिया जाए
  • भविष्य में वनों में आग की घटनाएं न्यून करने को दीर्घकालिक प्लान बनाकर इसी के अनुरूप करें तैयारियां

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed