नई दिल्ली से देहरादून आ रही शताब्दी एक्सप्रेस के कोच में आग लगने से हड़कंप, सभी यात्री सुरक्षित
हरिद्वार-देहरादून रेल खंड में जंगल के बीच दोपहर साढ़े 12 बजे दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस (02017) के कोच सी-5 में आग लग गई। यात्रियों में हड़कंप मचा को किसी ने चेन खींच कर ट्रेन रोकी। सूचना पर पहुंचे रेलवे स्टाफ और वनकर्मियों ने कोच को ट्रेन से अलग किया।
जब तक फायर ब्रिगेड के छह वाहन कोच में लगी आग बुझा पाते, इस कोच में सवार यात्रियों का सारा सामान राख हो गया। इस कोच में 35 यात्री सवार थे। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बाद में इस ट्रेन के सभी यात्रियों को रेलवे ने शुरुआती बोगियों में समायोजित कर देहरादून पहुंचाया।
सभी यात्री सुरक्षित, यात्रियों को दूसरो कोचों में शिफ्ट किया
बताया गया कि लोको पायलट ने आग बढ़ने से पहले ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन जंगल के बीच में ही रोक दी। तत्काल कोच सी-5 को खाली कराया गया। इसके साथ ही कोच को ट्रेन से अलग कर अन्य कोचों को सुरक्षित बचा लिया गया।
हरिद्वार-देहरादून रेल खंड में जंगल के बीच दोपहर साढ़े 12 बजे दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस (02017) के कोच सी-5 में आग लग गई। यात्रियों में हड़कंप मचा को किसी ने चेन खींच कर ट्रेन रोकी। सूचना पर पहुंचे रेलवे स्टाफ और वनकर्मियों ने कोच को ट्रेन से अलग किया।
जब तक फायर ब्रिगेड के छह वाहन कोच में लगी आग बुझा पाते, इस कोच में सवार यात्रियों का सारा सामान राख हो गया। इस कोच में 35 यात्री सवार थे। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बाद में इस ट्रेन के सभी यात्रियों को रेलवे ने शुरुआती बोगियों में समायोजित कर देहरादून पहुंचाया।
दो ट्रेनें रायवाला में टर्मिनेट, दो अन्य भी रोकीं
घटना रायवाला और कांसरों के बीच हुई। इंजन से आठवें कोच सी-5 में धुंआ और लपट देख यात्रियों ने चेन खींची और रुकने से पहले ही ट्रेन से कूदने लगे। इसमें कुछ यात्री मामूली रूप से घायल भी हुए। इस वक्त राजाजी टाइगर रिजर्व की कांसरों रेंज अधिकारी आरपी नौटियाल घटनास्थल के पास ही थे। वे अपनी टीम के साथ मौके पहुंचे।
उनके साथ ट्रेन के चालक दल और स्टाफ ने कोच को ट्रेन से अलग कर आग को फैलने से रोका। सूचना पर तहसील प्रशासन, रायवाला पुलिस और रेलवे पुलिस की टीम सहित फायर ब्रिगेड़ की छह गाड़ियां पहुंची । एसडीएम वरुण चौधरी ने बताया कि शताब्दी ट्रेन के तीन हिस्से कर दिए गए थे।
इंजन के साथ वाले अगले कोच में पिछले कोच के यात्रियों और जली हुए कोच के यात्रियों को बैठाकर देहरादून के लिए रवाना कर दिया गया। घटना के कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। जांच के लिए रेलवे के उच्चाधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।
दो ट्रेनें रायवाला में टर्मिनेट, दो अन्य भी रोकीं
देहरादून रेलवे ट्रैक पर दिनभर ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही। शताब्दी ट्रेन के बाद देहरादून जाने वाली दो अन्य ट्रेनों गोरखपुर-देहरादून (05005) और सुबेदारगंज-देहरादून लिंक एक्सप्रेस (04113 ) को रायवाला स्टेशन पर रोक दिया गया।
करीब तीन घंटे बाद दोनों ट्रेनों को स्थगित कर कुल 397 यात्रियों को प्रशासन ने बसों में बैठाकर देहरादून रवाना किया। वहीं उत्तरांचल एक्सप्रेस को ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर, कुंभ स्पेशल ट्रेन 2367 को हरिद्वार में ही रोका गया। वहीं देहरादून से गोरखपुर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को डोईवाला में रोका गया।
हेल्पलाइन नंबर जारी
शताब्दी एक्सप्रेस में सवार यात्रियों के परिजनों का जानकारी देने के लिए रेलवे ने देहरादून में हेल्प डेस्क बनाकर फोन नंबर जारी किए हैं। हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं…
हरिद्वार -7217021421, 7217021422
रायवाला- 7217022470
कासरों – 7217022474
घटना रायवाला कासरों के मध्य घटी। रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश मुरादाबाद ने अन्य अधिकारियों के साथ घटना स्थल का मुआयना किया। आग लगने के कारण की जांच की जा रही है।
-रेखा शर्मा, प्रवर मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, उत्तर रेलवे,मुरादाबाद मण्डल
कोच में आग लगने के बाद ट्रेन को तीन हिस्सों में बांटकर जलते हुए कोच को अलग किया गया। सी-5 कोच व ट्रेन के पिछले हिस्से के यात्रियों को अगले हिस्से में शिफ्ट कर दून पहुंचाया गया। शुरूआती तौर पर शॉर्ट सर्किट को घटना का कारण बताया जा रहा है।
– वरुण चौधरी, एसडीएम
दो ट्रेनें रीशेड्यूल
देहरादून से सूबेदारगंज जाने वाली ट्रेन (02091)को उसके निर्धारित समय 1 बजकर 25 मिनट के बजाय शाम 4 बजकर 25 मिनट पर चलाया गया। वहीं देहरादून से काठगोदाम जाने वाली गाड़ी संख्या 02091 देहरादून- काठगोदाम एक्सप्रेस को उसके निर्धारित समय तीन बजकर 45 मिनट के बजाय चार बजकर 45 मिनट पर चलाया गया।
एमपी के तीरंदाजी कोच अशोक ने सबसे पहले देखी आग
ट्रेन से जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश की तीरंदाजी भी टीम दून आ रही थी। टीम के कोच अशोक जैसे ही टॉयलेट जाने के लिए उठे उन्होंने देखा कि आग लगी हुई है। उन्होंने तुरंत अपनी टीम के खिलाड़ियों समेत अन्य यात्रियों को इसकी सूचना दी। यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन रोकी और आग कोच में फैलने से पहले नीचे उतर गए।
शुक्र है…ट्रेन की रफ्तार थी कम, नहीं तो हो सकता था बड़ा हादसा
शताब्दी एक्सप्रेस में लगी आग की घटना से हर कोई सदमे हैं। शुक्र राजाजी क्षेत्र होने के कारण ट्रेन की रफ्तार कम थी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। राजाजी पार्क क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेनों की रफ्तार कम रखी जाती है। गति धीमी होने के कारण ट्रेन को रोकने में कोई परेशानी नहीं आती। रफ्तार तेज होती तो आग तेजी से फैलती और अन्य कोच भी इसकी चपेट में आने से बड़ा हादसा हो सकता था।
जिस कोच में आग लगी उसमें 35 यात्री थे। ट्रेन में कुल 316 व्यक्ति सवार थे। गनीमत यह रही कि ट्रेन की रफ्तार बेहद धीमी थी और दिन का समय होने के कारण सभी यात्री जगे हुए थे। आग की सूचना मिलते ही सभी यात्री सचेत हो गए और उन्होंने तत्काल ट्रेन रुकवा दी। दिन का समय होने के कारण यात्रियों को रेस्क्यू करने में भी कोई दिक्कत नहीं आई। इस घटना के बाद राजाजी पार्क क्षेत्र में भी सौ की रफ्तार से ट्रेन चलाने की योजना पर सवाल उठ रहे हैं।
शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने से करना पड़ा बदलाव
दिल्ली से देहरादून जा रही शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या सी-5 में रायवाला व कांसरो के बीच आग लगने के बाद रेलवे ने दो ट्रेनों का समय परिवर्तित किया। दो ट्रेनों रायवाला स्टेशन पर ही रोक दिया गया। कई ट्रेनें प्रभावित भी हुई। शनिवार को दिल्ली से देहरादून जा रही शताब्दी एक्सप्रेस जब रायवाला और कांसरो के बीच पहुंची तो उनके कोच सी-5 में आग लग गई। आग लगने की सूचना पर हरिद्वार रेलवे स्टेशन से भी अधिकारी मौके पर पहुंचे।
प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि आग लगने की घटना के बाद गाड़ी संख्या 04114 देहरादून से सूबेदारगंज जाने वाली ट्रेन को उसके निर्धारित समय 1 बजकर 25 मिनट के बजाय शाम 4 बजकर 25 मिनट पर चलाया गया। जबकि देहरादून से काठगोदाम जाने वाली गाड़ी संख्या 02091 देहरादून- काठगोदाम एक्सप्रेस को उसके निर्धारित समय तीन बजकर 45 मिनट के बजाय चार बजकर 45 मिनट पर चलाया गया।
इसके अलावा सूबेदारगंज से देहरादून जाने वाली गाड़ी संख्या 04113 व गोरखपुर से देहरादून जाने वाली गाड़ी संख्या 05005 को रायवाला पर ही रोक दिया गया। इसके बाद यात्रियों को यहां से बस से देहरादून भेजा गया। उत्तरांचल एक्सप्रेस को ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर, कुंभ स्पेशल ट्रेन 2367 को हरिद्वार में ही रोका गया। वहीं देहरादून से गोरखपुर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को डोईवाला में रोका गया।