जल निकाय कैचमेंट एरिया का निरीक्षण कर रिपोर्ट 15 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए
मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी ने विकास भवन सभागार में बैठक लेते हुए कहा कि जनपद में सभी जल निकाय (वैटलैण्ड) संरक्षण कार्य किये जाने हैं, इस हेतु वन विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों के जल निकाय कैचमेंट एरिया का स्थलीय निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट 15 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो जल निकाय (नदियाॅ) वन व राजस्व क्षेत्र दोनो में आती हैं, उनका दोनो विभागीय अधिकारी संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।श्री भण्डारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल निकायों की स्थलीय वास्तविकता व ट्रेकिंग करने के उपरान्त 15 दिन के भीतर जनपद में स्थित समस्त जल निकायों को चिन्हित करते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिसमें राजस्व क्षेत्र में स्थित जल निकायों के सम्बन्ध में विस्तृत सूचना बसावट, खसरा, खतौनी, नक्शे की प्रति को फसली नक्शों से मिलान कर सभी सम्बन्धित सूचनाऐं संकलित की जायें। वन क्षेत्र में स्थित जल निकायों के सम्बन्ध में वन प्रभाग, रेंज, ब्लाॅक, कम्पार्टमेंट, अक्षांश-देशान्तर एवं क्षेत्रफल सम्बन्धी सूचनाऐं संकलित की जायेंगी। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उनके क्षेत्र में आने वाले जल निकायों (झील) का स्थलीय निरीक्षण कर उसके कैचमेंट एरिया में आने वाले वैटलैड आदि चिन्हित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे ताकि सभी जल निकायों के संरक्षण एवं संवर्धन कार्ययोजना तैयार कर कैम्पा अथवा मनरेगा व अन्य योजनाओं के माध्यम से कार्य कराये जा सकें। बैठक में अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपांगी, प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम दिनकर तिवारी, परियोजना निदेशक अजय सिंह, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, अधिशासी अभियंता सिंचाई हरीश चन्द्र भारती, मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी धु्रव सिंह मर्तोलिया आदि मौजूद थे।