सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई हस्तियों ने प्रदेशवासियों को नव वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दी
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई हस्तियों ने प्रदेशवासियों को नव वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना करते हुए उनसे प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अनुरोध किया है। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 के कारण वर्ष 2020 पूरे विश्व के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। नए वर्ष में हम सब को मिलकर देश और प्रदेश के विकास व समृद्धि के लिए प्रयास करने होंगे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत को विकास का मूलमंत्र बनाते हुए सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में ईमानदारी व लगन से कार्य करना होगा। वहीं, सीएम रावत ने ट्वीट किया, आप सभी को नव वर्ष-2021 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। नया वर्ष आपकी जिंदगी में नई उम्मीदें, सुख, शांति, समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आए ऐसी भगवान बदरीविशाल और बाबा केदार से मंगल कामना करता हूं। राज्यपाल ने कहा कि आने वाली चुनौतियों का सामना सकारात्मक सोच व साहस के साथ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की राज्यपाल के रूप में वह अपने समस्त संवैधानिक दायित्वों को पूर्ण निष्ठा से निभाते रहने के साथ राष्ट्र व राज्य के समग्र विकास को आम जन के कल्याण, महिला सशक्तीकरण, जल व पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देने का संकल्प लेती हैं। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रदेशवासियों को नए वर्ष की बधाई देने के साथ आशा जताई कि आने वाला वर्ष उत्तराखंडवासियों के लिए सुख, शांति व अनंत सफलताओं का वर्ष होगा। उन्होंने कामना की नए वर्ष में कोरोना महामारी का अंत हो और हम सभी में नई ऊर्जा का संचार हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता के सहयोग से उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने को गंभीरता से कार्य कर रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व विधायक बंशीधर भगत ने एक संदेश में कहा कि निश्चित तौर पर आने वाला वर्ष सभी के जीवन में नई आशा और ऊर्जा का संचार करेगा। नए वर्ष में कोरोना को हराने के लिए अधिक सतर्कता बरतनी होगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने नए वर्ष पर जारी संदेश में प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि व खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक नागरिक तक जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। समाज की अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित किया जाएगा।