चल रही थी विवाह की रस्में, हज़ारों रुपये लेकर शादी के मंडप से दुल्हन हो गई फरार
गांधी पार्क में शादी के मंडप से एक लुटेरी दुल्हन 60 हजार रुपये लेकर फरार हो गई। दुल्हन के बाइक में बैठकर रफूचक्कर होते ही बिचौलिया महिला भी बहाना कर भागने लगी तो वर पक्ष के लोगों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। इस दौरान दुल्हन समेत तीन लोग भाग निकले। पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में महिला बयान बदल-बदल कर पुलिस को गुमराह करती रही।
काशीपुर के बासखेड़ा निवासी मनोज ने पुलिस को बताया कि चार माह पहले उसकी मुलाकात ठाकुरद्वारा निवासी एक युवक से हुई थी। उसने युवक से शादी के लिए लड़की देखने की बात कही तो उसने एक महिला बिचौलिया से संपर्क करा दिया। बिचौलिया बनी महिला ने लॉकडाउन से पहले रुद्रपुर पहुंचकर एक लड़की से मुलाकात कराई।
मनोज का कहना है कि पहली बार लड़की देखने के दौरान वधू पक्ष की ओर से 70 हजार रुपये की मांग खरीदारी के लिए की गई थी, लेकिन उसके परिजनों ने खरीदारी बाद में एक साथ मिलकर करने की बात कही। लॉकडाउन के दौरान शादी नहीं हो पाई। सोमवार को वधू पक्ष की ओर से बिचौलिया बनी महिला ने रुद्रपुर में शादी करने की बात कही। इस पर दूल्हा मनोज अपनी दीदी अनीता, बड़े भाई विजेंद्र पाल व बहनोई हरीश सिंह के साथ रुद्रपुर पहुंच गया।
वधू पक्ष की ओर से दुल्हन समेत चार लोग शादी समारोह में पहुंचे। गांधी पार्क में दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई। 60 हजार रुपये लेकर दुल्हन रफूचक्कर हो गई। दुल्हन युवक और एक अन्य महिला के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गई। बिचौलिया महिला भी बहाना बनाकर भागने लगी तो शक होने पर वर पक्ष के लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
तिलक होते ही दुल्हन के हाथ में थमाए रुपये
फरार हुई लुटेरी दुल्हन ने वर पक्ष के सभी लोगों को हैरत में डाल दिया। तिलक होते ही दुल्हन के हाथ में रुपये थमाना उन्हें महंगा पड़ गया। पूर्व प्लानिंग के तहत एक महिला वधू को लेकर गांधी पार्क से बाहर निकली। जहां पर पहले से बाइक सवार एक युवक तैयार खड़ा था।
दोनों के बाइक पर बैठते ही बिचौलिया महिला भी बाहर निकलकर भागने का प्रयास करने लगी तो शक होने पर उसे पकड़ लिया गया। दूल्हे मनोज की दीदी अनीता ने बताया कि दोनों के शादी काशीपुर में होनी थी, लेकिन वधू वक्ष ने अपनी प्लानिंग के तहत रुद्रपुर में शादी करने के लिए कहा। शादी का स्थान बदलते ही उसे गड़बड़ी का अंदेशा हो गया था।
उसका कहना है कि रुद्रपुर में वह अपने भाई की शादी मंदिर में कराना चाहती थी, लेकिन वधू पक्ष की बिचौलिया महिला ने मंदिर पर शादी करने से पुलिस की कार्रवाई का डर दिखा दिया। इसके बाद उन्हें गांधी पार्क में ले जाया गया। वधू के लिए उनके पास न तो कोई कपड़े थे और न ही सोने, चांदी के जेवरात।
पुलिस तत्परता दिखाती तो पकड़ी जाती दुल्हन
दुल्हन के फरार होते ही वर पक्ष के लोग बिचौलिया महिला को पकड़कर डीडी चौक स्थित ट्रैफिक बूथ पर पहुंचे और पुलिस कर्मियों को सूचना दी। मौके पर सीपीयू, पुलिस व ट्रैफिक तीनों के जवान होने के बाद भी किसी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
इसके अलावा पीड़ित पक्ष ने कोतवाली में भी सूचना दी तो वहां से भी पुलिस कर्मी समय नहीं पहुंचे। घटना के सवा घंटा बाद बिचौलिया महिला को लेने के लिए डायल 112 के ड्राइवर को भेज दिया गया। लेकिन कोई एसआई या जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं आया।
घटनाक्रम के अनुसार कब क्या हुआ
10:00 बजे सुबह- दोनों पक्ष डीडी चौक पर पहुंचे
11:00 बजे- तक शादी कहां की जाए इस पर बात होती रही
11:30 बजे- वधू पक्ष के लोगों ने गांधी पार्क में शादी करने की बात की लेकिन वक्ष पक्ष मंदिर में शादी करने की जिद पर अड़ा
12:00 बजे- दोनों की रजामंदी हुई और गांधी पार्क में पहुंचे
12:30 बजे- दोनों पक्षों ने एकसाथ बैठकर नाश्ता किया और एक-दूसरे के बारे में बातचीत हुई
01:00 बजे – शादी की रस्म शुरू हुई
01:30 बजे- दुल्हन के हाथ में रुपये थमाए
02:00 बजे- दुल्हन पकड़े खरीदने की बात कहकर बाइक से फरार हो गई।