अभी तक देखा-परखा, अब जिम्मेदारी निभाने का वक्त; EVM में कैद होगा भविष्य

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उत्तराखंड में इस बार का लोकसभा चुनाव शोरगुल से दूर रहा। प्रत्याशियों और दलों की सक्रियता पिछले चुनावों की अपेक्षा कुछ कम रही। फिर भी तमाम वर्गों व क्षेत्रों को साधने की हर संभव कोशिश हुई। आपने सबकी बातों को गंभीरता से सुना और कसौटी पर परखा। अब देश में सशक्त और स्थिर सरकार चुनने का वक्त आया है।

आखिरकार वह घड़ी आ गई, जब आप लोकतंत्र के उत्सव में अपनी भागीदारी निभाने जा रहे हैं। उत्तराखंड में लगभग माहभर चली चुनावी आपाधापी के बाद अब मतदान का उत्सव आया है। इस वक्फे में आपने उन तमाम राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों को देखा, सुना व परखा, जो आपकी चौखट, गांव, शहर, गली तक वादों-दावों की पोटली लेकर आए।

आपने सबके मन की थाह ली, लेकिन अपने मन की थाह किसी को नहीं लेने दी। यही लोकतंत्र का तकाजा भी है। यह वोट रूपी ताकत ही है, जिससे आप अपने मन की बात को व्यक्त कर सकते हैं।

लोकसभा चुनाव शोरगुल रहा कम

यद्यपि, उत्तराखंड में इस बार का लोकसभा चुनाव शोरगुल से दूर रहा। प्रत्याशियों और दलों की सक्रियता पिछले चुनावों की अपेक्षा कुछ कम रही। फिर भी तमाम वर्गों व क्षेत्रों को साधने की हर संभव कोशिश हुई। आपने सबकी बातों को गंभीरता से सुना और कसौटी पर परखा। अब देश में सशक्त और स्थिर सरकार चुनने का वक्त आया है।

मतदाता के रूप आपकी जिम्मेदारी अहम

राज्य में पहले चरण में मतदान हो रहा है तो आप लोकतंत्र के उत्सव की शुरुआत के सहभागी बनकर देश, प्रदेश का भविष्य तय करने जा रहे हैं। यह आपका अधिकार ही नहीं दायित्व भी है। मतदाता के रूप में आपकी जिम्मेदारी सबसे अधिक है। वोट के रूप में जो अधिकार मिला है, उसका देश और राज्य हित में कैसे उपयोग किया जाना है, यह आपसे बेहतर कोई नहीं जानता।

ईवीएम का बटन भविष्य निर्धारित करेगा

लोकतंत्र की बात करें तो मतदाता इसमें सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है, जो किसी भी तरह के प्रलोभन आदि से दूर रहते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रतिनिधि का चुनाव करता है। समझदार मतदाता की अंगुली से दबने वाला ईवीएम का बटन भविष्य की दशा और दिशा तय करता है। ऐसे में यह ध्यान रखना है कि सभी लोग सही प्रतिनिधि का चुनाव करें। प्रत्येक जागरूक मतदाता से यही उम्मीद की जाती है। यही अपेक्षा आपसे से भी है कि लोकतंत्र के उत्सव में उत्साह के साथ भागीदारी और सभी सही प्रतिनिधि का चुनाव करें।

मतदान प्रतिशत का आंकड़ा है बढ़ाना

राज्य में हुए पिछले सभी चुनावों में आपने अपना फर्ज बखूबी निभाया है। यद्यपि, इन चुनावों में मतदान का जो आंकड़ा रहा है, इस बार उससे कहीं आगे बढ़ना है। आपने जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उससे कहीं आगे निकलना है। आपका एक-एक वोट बहुत ही अमूल्य है, जिसका आपको राष्ट्र और राज्य हित में हर हाल में उपयोग करना है।

तो हो जाइये तैयार, सभी अपनी जिम्मेदारी को समझें और बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के उत्सव में भागीदारी निभाते हुए सभी मतदाता सही प्रतिनिधि के चुनाव का मार्ग प्रशस्त करें। आइए, शुक्रवार को मतदान को सबसे महत्वपूर्ण काम मानते हुए स्वयं और अपने आसपास के मतदाताओं को राष्ट्र धर्म निभाने के लिए प्रेरित करें।

 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कही ये बात

उत्तराखंड में लोकसभा की सभी पांचों सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होना है। प्रदेश में स्वच्छ और निष्पक्ष मतदान के लिए सभी व्यवस्थाएं मुकम्मल की गई हैं। मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसका ख्याल रखा गया है। मेरा राज्य के सभी मतदाताओं से आग्रह है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। स्वयं मतदान करने के बाद अन्य को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। -डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तराखंड

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