नड्डा ने दिया जीत का दिया ‘मंत्र’, मोदी मैजिक और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद बनेगा मुख्य हथियार
तीर्थनगरी हरिद्वार पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा की 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को परखा और उन्हें और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। पार्टी के कोर ग्रुप के नेताओं को उन्होंने पांचों लोकसभा सीटें जीतने का जो मंत्र दिया, उसमें सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और मोदी मैजिक का मिश्रण भी प्रमुखता से शामिल रहा।
संकेत साफ हैं कि पिछले सभी चुनावों की तरह लोकसभा चुनाव में पार्टी पीएम मोदी की जादुई छवि को वोटों को खींचने का प्रमुख हथियार बनाएगी। प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार होने के बावजूद नड्डा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को सतर्क किया कि वे विरोधियों को कतई हल्के में न लें और पूरी ऊर्जा व ताकत के साथ मैदान में जुटें। जमीनी कार्यकर्ताओं से निरंतर फीड बैक और लगातार सर्वे के जरिए राजनीतिक हालात से वाकिफ नड्डा ने पांचों लोकसभा सीटों खासकर हरिद्वार, अल्मोड़ा और टिहरी लोकसभा सीट पर विशेष रणनीति के हिसाब से तैयारी करने को कहा। बता दें कि 2022 के विस चुनाव में भाजपा का हरिद्वार और ऊधमसिंह जिले में खराब प्रदर्शन रहा था।
उन्होंने सीएम धामी व उनके मंत्रियों के प्रवासों की सराहना तो की, लेकिन इन्हें और अधिक निरंतर और परिणामात्मक बनाने पर जोर दिया। खासतौर पर मानसून के बाद की सियासत को लेकर चौकस किया। पार्टी का मानना है कि आपदा से हुए जानमाल के नुकसान को लेकर विरोधी चुनावी मुद्दे से जोड़ने का प्रयास करेंगे, इसलिए नड्डा ने मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को प्रवास की प्रभावी रणनीति बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में उन उपलब्धियों को जन-जन तक ले जाने का आह्वान किया, जिनके कारण दुनिया में भारत की नई छवि बनी है, जिसे भाजपा सम्मान और गौरव बढ़ाने से जोड़कर प्रचारित कर रही है। नड्डा ने सांगठनिक स्तर पर प्रत्येक बूथ को मजबूत करने के लिए पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी व कार्यकर्ता को जिम्मेदारी लेने को कहा। नए वोटर बनाने के अभियान को कामयाब बनाने के साथ ही उन्होंने चुनाव में वोटों का बड़े अंतर से जीतने का आह्वान किया। कहा कि पार्टी को हर सीट पर पिछले चुनाव से अधिक वोट हासिल करना है।
निकाय चुनाव से माहौल बनाने की रणनीति
लोकसभा चुनाव की तैयारी के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस साल प्रस्तावित निकाय चुनाव में जुट जाने का भी आह्वान किया। सूत्रों के मुताबिक़ भाजपा निकाय चुनाव में जीत का परचम फहराने के मंसूबे पाले हुए है। ऐसा करके पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले अपने हक में माहौल बनाना चाहती है।