जिलाधिकारी रीना जोशी ने जनपद के विकासखण्ड कनालीछीना के ग्राम कुलेख पहुंचकर ग्राम कुलेख एवं औलतडी में निवासरत वनराजि जनजाति के लोगों की समस्याएं सुनी
जिलाधिकारी रीना जोशी ने जनपद के विकासखण्ड कनालीछीना के ग्राम कुलेख पहुंचकर ग्राम कुलेख एवं औलतडी में निवासरत वनराजि जनजाति के लोगों की समस्याएं सुनी!
वनराजि जनजाति के लोगों ने ग्राम कुलेख व औलतड़ी में नियमित रूप से पेयजल आपूर्ति न होने, कुछ परिवारों ने शौचालय न होने, कुछ परिवारों ने पक्के आवास न होने, भागीचौरा से औलतड़ी तक साढ़े नौ किमी सड़क मार्ग का डामरीकरण न होने सम्बन्धी समस्याएं जिलाधिकारी को बतायी। जिस पर जिलाधिकारी ने जल संस्थान एवं पेयजल निगम के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी कनालीछीना को शौचालय एवं पक्के आवास विहीन परिवारों को शौचालय एवं पक्का आवास बनाये जाने सम्बन्धी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को ग्राम कुलेख एवं औलतड़ी के प्रत्येक वनराजि परिवार हेतु सोलर लाइट का प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को वनराजि परिवार की महिलाओं को सिलाई, बुनाई कढ़ाई, मुर्गी पालन संबंधी व्यवसाय का प्रशिक्षण दिलाये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को क्षेत्र में शिविर लगाकर सरकारी योजनाओं से भी क्षेत्र के लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये।
भागीचौरा से औलतड़ी तक सड़क डामरी के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सड़क मार्ग के डामरीकरण हेतु स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया है।
इस दौरान जिलाधिकारी ने वनराजि परिवार की महिलाओं एवं पुरुषों को बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने, खुले में शौच न जाने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने गर्भवती महिला विनीता देवी को चिकित्सक की सलाह पर नियमित रूप से दवा सेवन व आवश्यक जांच करवाने सहित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने वनराजि परिवारों को बाल विवाह जैसी कुरीति से भी दूर रहने के लिए भी प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने ग्राम कुलेख स्थित वनराजि परिवारों के आवासीय भवनों का निरीक्षण कर सरकारी योजनाओं के अंतर्गत हुए निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार, खंड विकास अधिकारी कनालीछीना जगदीश प्रसाद आदि उपस्थित थे।