kisan Andolan: राकेश टिकैत के ताजा बयान पर भड़के बॉलीवुड डायरेक्टर, बोले- देश ने चूड़ियां नहीं पहनी है
तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर (टीकरी, सिंघु, शाहजहांपुर और गाजीपुर) पर बैठे किसानों के धरना प्रदर्शन को अगले सप्ताह 8 महीने पूरे हो जाएंगे। इस बीच उत्तर प्रदेश के रामपुर में किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का एक बार फिर विवादित बयान सामने आया है। इसमें राकेश टिकैत कह रहे हैं- किसान तो वापस नहीं आएगा, किसान वहीं रहेगा। सरकार को बातचीत करनी चाहिए। 5 सितंबर को बड़ी पंचायत बुलाई है। आगे का जो भी निर्णय होगा, उसमें लेंगे। दो महीने का सरकार को भी टाइम है। अपना फैसला सरकार भी कर ले, किसान भी कर लेंगे। जंग होगी देश में, ऐसा लग रहा है, युद्ध होगा।
इस पर फिल्ममेकर और इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित (Ashoke Pandit) भड़क गए है। बॉलीवुड के नामी डायरेक्टर अशोक पंडित ने राकेश टिकैत के बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है- ‘खलिस्तनियों और पाकिस्तनियों के पैसों से देश के ख़िलाफ़ जंग करना चाहते हैं यह भाई साहब ! देश ने चूड़ियां नहीं पहनी है टिकैत जी !’ इससे पहले भी फिल्मकार अशोक पंडित कई बार ट्वीट कर राकेश टिकैत को निशाने पर ले चुके हैं। अशोक पंडित ने मार्च महीने में भी राकेश टिकैत की इस बयान के लिए आलोचना की थी, जब उन्होंने कहा था कि वह प्रदर्शन स्थल पर ही कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे। यही नहीं, उन्होंने यह भी मांग रखी था कि प्रदर्शन कर रहे हर किसान को कोरोना की वैक्सीन लगवाई जाए। राकेश टिकैत के इस बयान पर अशोक पंडित ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था कि यह कोई ‘हलवा’ नहीं है।
किसान विरोधी तीनों केंद्रीय कृषि कानून वापस ले केंद्र सरकार
गौरतलब है कि रामुपर में किसानों को संबोधन में राकेश टिकैत हमलावर रुख अपनाया था। उन्होंने कहा कि सरकार जो कानून लाई है, इससे और ज्यादा नुकसान होगा। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि केंद्र सरकार कानून वापसी ले और किसानों से बैठ कर बात करे, नहीं तो ये आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों के धरने को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो शांतिपूर्ण तरिके से धरना दे रहे, इसलिए सरकार नहीं सुन रही है। क्रांतिकारी तरीके से धरना दें तो सुन लेगी।
लाल किलान ही संसद भवन जाएगा किसान
किसानों के संसद का घेराव करने पर राकेश टिकैत ने कहा फिलहाल तो 22 तारीख से 200 किसान वहां (दिल्ली) जाएंगे। जब तक संसद की कार्यवाही चलेगी, तब तक हर रोज 200 लोग जाएंगे। अब जब भी किसान जाएगा, तो लाल किला नहीं संसद भवन ही जाएगा। डीटीसी बस से टिकट लेकर जाएगा।