मानसून सत्र से पहले लोकसभा के 311 सदस्‍य हुए वैक्‍सीनेट, कोविड-19 प्रोटोकॉल का होगा पालन

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मानसून सत्र से पहले लोकसभा के स्‍पीकर ओम बिरला ने बताया है कि 311 संसद सदस्‍यों को कोरोना वैक्‍सीन दे दी गई है, जबकि 23 को फिलहाल किन्‍हीं कारणों से वैक्‍सीन नहीं दी जा सकी है। उनके मुताबिक कोविड-19 की जांच के लिए आरटीपीसीआर टेस्‍ट की भी पूरी तैयारी की गई है। एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्‍होंने बताया कि संसद में 24 घंटे इसकी सुविधा उपलब्‍ध है। उन्‍होंने बताया है कि आगामी मानसून सत्र में सदन के अंदर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी कड़ाई से पालन किया जाएगा। इस सत्र में सदस्‍यों के बैठने के लिए और एक दूसरे से दूरी बनाने के सभी उपाय किए गए हैं।

ओम बिरला का कहना है कि मानसून का आयोजन और इसको चलाना एक बड़ा चैलेंज है। लोकसभा सचिवालय से दी गई जानकारी के मुताबिक अब तक दोनों सदनों के 500 से अधिक सदस्‍यों को कोरोना वैक्‍सीन की कम से एक खुराक दी जा चुकी है। इसके अलावा संसद के सभी कर्मचारियों को भी वैक्‍सीन दी जा चुकी है। आपको बता दें कि मानसून सत्र 19 जुलाई से 13 अगस्‍त तक चलेगा। इस दौरान 19 कामकाजी दिवस होंगे। 17वीं लोकसभा का छठा सत्र 19वां सत्र होगा। ओम बिरला ने बताया है कि आगामी सत्र को देखते हुए कई स्‍तर पर इसकी तैयारी की गई है।

गौरतलब है कि संसद का आगामी सत्र ऐसे समय में हो रहा है जब देश और पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में है। भारत समेत दुनिया के कई देश कोरोना के बेहद घातक वैरिएंट डेल्‍टा, एल्‍फा और लैंब्‍डा से जूझ रही है। पूरी दुनिया में इनके मामले सामने आ रहे हैं। संयुक्‍त राष्‍ट्र की स्‍वास्‍थ्‍य एजेंसी इनके प्रति आगाह कर चुकी हैं। भारत में फरवरी में आई कोरोना महामारी की दूसरी लहर में सबसे अधिक प्रकोप डेल्‍टा वैरिएंट का ही देखा गया था। ये अब तक दुनिया के 100 से अधिक देशों में फैल चुका है। वहीं लैंब्‍डा वैरिएंट दुनिया के 31 देशों से रिपोर्ट किया गया है।

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