नाबालिग को भुगतना पड़ा बुलेट चलाने का खामियाजा, कटा 28500 रुपये का चालान
सावधान! यदि आप सड़क पर वाहन चलाते समय यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तो खामियाजा चालान या वाहन सीज होने के रूप में भुगतान पड़ सकता है। सिटी पेट्रोल यूनिट (सीपीयू) ने ऐसे वाहन चालकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सोमवार से चलाए गए अभियान में नाबालिग के बुलेट चलाने पर 28500 रुपये का चालान किया है।
शहर में दोपहिया वाहनों पर बिना हेलमेट और तीन सवारियां भी बैठी हुई दिख रही है। सीपीयू ने ऐसे वाहन चालकों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। वाहन चालकों के खिलाफ सोमवार से सीपीयू ने अभियान शुरू कर दिया है।
सोमवार को अभियान के पहले दिन 70 वाहन चालकों के चालान काटे गए। सीपीयू के प्रभारी दिनेश सिंह पंवार ने तेजी और लापरवाही से वाहन चलाने के मामले लगातार सामने आ रहे थे। इनमें अधिकतर वाहन नाबालिग चला रहे थे। अब सड़कों पर स्टंट दिखाने, वाहन को आड़े-तिरछे कर चलाने वालों पर सीपीयू रोजाना कार्रवाई करेगी।
नाबालिग पर इतने हैं आरोप
नाबालिग के बुलेट चलाने पर 25000 हजार रुपये का चालान है। बुलेट में प्रेशर हॉर्न लगा होने पर दो हजार और हेलमेट न पहनने पर एक हजार रुपये का चालान जोड़ा गया है। कुल 28500 रुपये का चालान होने से बुलेट को सीज किया है। सीपीयू प्रभारी दिनेश पंवार ने बताया कि कुछ दिनों पहले भी एक नाबालिग का 32 हजार रुपये का चालान किया था। ई-पॉश मशीन से चालान किए जाने के चलते किसी भी प्रकार की कोई रियायत नहीं होती है।
बुधवार से बनने शुरू होंगे लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस
सरकार की कोरोना की नई गाइडलाइन के अनुसार 23 जून से रुड़की के एआरटीओ कार्यालय में लोगों के लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनने शुरू हो रहे हैं। विभाग में विगत 23 अप्रैल से लाइसेंस बनने का काम ठप हो गया था, जबकि लोगों ने पांच जून तक के लिए स्लॉट बुक कर लिए थे। हालांकि विभाग ने लोगों को बड़ी राहत दी है, जिसके अनुसार जिनके स्लॉट बुक हो चुके हैं पहले उनके ही लाइसेंस बनाए जाएंगे। इसके लिए बाकायदा विभाग ने शेड्यूल तैयार किया है।
15 अप्रैल के बाद कोरोना महामारी चरण पर पहुंचनी शुरू हो गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे शहर में कोरोना के केस बढ़ते चले गए। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया। ऐसे में सभी सरकारी कार्यालयों के साथ ही एआरटीओ विभाग में भी 23 अप्रैल को ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य कामकाज ठप हो गए थे। ऐसे में उन लोगों को बड़ा झटका लगा था जिन्होंने बड़ी जद्दोजहद के बाद स्लॉट नंबर लिए थे।
उस दौरान लोगों ने पांच जून तक के स्लॉट बुक करवा लिए थे। वहीं अब दो दिन पहले सरकार ने कोरोना की नई गाइडलाइन के अनुसार सरकारी कार्यालयों को 50 फीसदी स्टाफ के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। एआरटीओ विभाग ने भी अपने कार्यालय खोल दिए हैं। अब यहां 23 जून से ड्राइविंग लाइसेंस बनने शुरू हो जाएंगे। एआरटीओ ज्योति शंकर मिश्र ने बताया कि 23 जून यानी बुधवार से लाइसेंस बनने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल लर्निंग लाइसेंस बनाए जाएंगे। अभी नए लोगों के लिए स्लॉट बुक करने के लिए साइट ओपन नहीं की गई है। पहले उन लोगों के लाइसेंस बनाए जाएंगे, जिन्होंने पहले स्लॉट बुक कराए हुए हैं।