दून अस्पताल में भी ब्लैक फंगस के मरीज के ऑपरेशन शुरू
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी अब ब्लैक फंगस के मरीजों के ऑपरेशन शुरू हो गए हैं। सोमवार को ब्लैक फंगस के 41 वर्षीय मरीज का पहला ऑपरेशन हुआ। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि जिस तरह से ब्लैक फंगस के मरीज बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए रणनीति में बदलाव करते हुए ठोस व्यवस्था की जा रही है।
इसी चरण में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए जरूरत के हिसाब से ऑपरेशन की सुविधा शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अब नाक, कान, गला (ईएनटी ), दांत, जबड़े, आंख और न्यूरो के ब्लैक फंगस संबंधी मरीजों के ऑपरेशन के लिए अलग से एक डेडिकेटिड ऑपरेशन थियेटर तैयार कर दिया गया है।
कोरोना संक्रमित भी है यह मरीज
सोमवार को डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस के जिस मरीज का ऑपरेशन किया वह कोरोना संक्रमित भी है। ईएनटी सर्जन डॉ. विकास सिकरवार की टीम ने मरीज का ऑपरेशन किया। मरीज को गत 19 मई को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान ही चेहरे में दर्द की शिकायत होने पर जांच कराई गई। जिसमें ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। यह मरीज पहले से ही हाई शुगर से पीड़ित है। उनके नाक और साइनस में ब्लैक फंगस था, जिसे निकाल दिया।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गठित
दून अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज और ऑपरेशन को लेकर फिजिशियन, नाक, कान, गला (ईएनटी ) रोग , दांत, जबड़े, आंख और न्यूरो रोग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी गठित की गई है। जो लगातार मरीजों की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
सोमवार को ब्लैक फंगस के 23 और मरीज मिले, दो मौत
प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकरमायसिस) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को प्रदेश में 23 और मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जबकि दो मरीजों ने उपचार के दौरान दम तोड़ा है। अब तक प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 221 और 17 मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार सोमवार को देहरादून जिले में 22 और नैनीताल जिले में ब्लैक फंगस का एक मरीज मिला है। एम्स ऋषिकेश और हिमालयन हास्पिटल में एक-एक मरीज की मौत हुई है। देहरादून जिले में कुल मरीजों की संख्या 203 और 15 मौत हो चुकी है।
जबकि नैनीताल जिले मेें 17 मरीज और एक की मौत हुई है। ऊधमसिंह नगर जिले में एक मरीज और एक की मौत हुई है। प्रदेश में एम्स ऋषिकेश में 140, दून मेडिकल कॉलेज में 11, हिमालयन हास्पिटल में 26, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 12 मरीजों का इलाज चल रहा है।