पहाड़ पर फैल रहा नशे का कारोबार, एक साथ 20 लोगों को पुलिस ले गई कोतवाली,12 पुरुष व आठ महिलाओं पर कसा शिकंजा
हल्द्वानी : स्मैक के अवैध कारोबार के लिए बदनाम राजपुरा क्षेत्र में पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। जिसमें तीन अप्रैल की तड़के ही 20 लोगों को पुलिस ने मुहल्ले से सीधा कोतवाली भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि स्मैक पर अंकुश लगाने के लिए यह संदिग्ध लोगों की काउंसलिंग है।
राजपुरा क्षेत्र में स्मैक के बढ़ते कारोबार को लेकर स्थानीय लोग लंबे समय से चिंतित हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजपुरा में कई गुट सक्रिय हैं, जो स्मैक के नशे में नई पीढ़ी को डुबाने के लिए गिरोह चला रहे हैं। ऐसे में यदि कोई इनका विरोध करता है तो यह मारपीट व धमकी देकर चुप करा देते हैं। ऐसे में पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए शनिवार तीन अप्रैल को क्षेत्र के कई संदिग्धों को काउंसलिंग के नाम पर कोतवाली भेज दिया है। राजपुरा पुलिस चौकी प्रभारी प्रकाश पोखरियाल ने बताया कि सीओ प्रमोद शाह के साथ सभी की काउंसलिंग की जाएगी। जिसमें ज्यादातर लोग 30 से 50 वर्ष की उम्र के बीच के हैं।
पुलिस पर मिलीभगत का आरोप
राजपुरा क्षेत्र में स्मैक के अवैध कारोबार में पुलिस पर भी लोगों ने मिलीभगत का आरोप लगाया था। स्थानीय लोगों ने एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र से मिलकर एक वीडियो दिखाया था। जिसमें दावा किया गया था कि पुलिस कर्मचारी तस्कर से शराब ले रहा है। इससे पहले स्थानीय महिलाओं ने रात के समय चौकी का घेराव भी किया था। जिसमें महिलाओं ने स्मैक का कारोबार करने वालों पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया था। जिसमें एसपी सिटी ने नशे का कारोबार रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया था। इस संबंध में पुलिस ने क्षेत्र के लोगों के साथ जनसंवाद कार्यक्रम भी किया है।
जेल जा चुके लोगों की काउंसलिंग
राजपुरा पुलिस चौकी प्रभारी प्रकाश पोखरियाल ने बताया कि नशे का कारोबार रोकने के लिए स्थानीय लोगों की काउंसलिंग की जा रही है। जिन लोगों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है वह पहले इस मामले में जेल जा चुके हैं, या फिर उनके पर नशे के कारोबार में शामिल होने का शक है। ऐसे में सीओ सिटी के समक्ष सभी की काउंसलिंग की जा रही है।