दिल्ली में रात्रि कर्फ्यू लगने से रोडवेज का संचालन प्रभावित, पढ़िए पूरी खबर
देहरादून। दिल्ली में मंगलवार से रात्रि कर्फ्यू लगने से उत्तराखंड से जाने वाली करीब 250 बसों का शेड्यूल प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड के बस अड्डों से ऐसी तकरीबन 250 बसें हैं, जो रात दस बजे से सुबह पांच बजे के दरमियान दिल्ली पहुंचती हैं। दिल्ली सरकार ने इसी समय में रात्रि कर्फ्यू लगाया है। ऐसे में सभी चालक व परिचालकों को रोडवेज प्रबंधन ने सूचना भेज दी है कि बसों का संचालन ऐसे किया जाए कि वह रात्रि दस बजे से पूर्व या फिर सुबह पांच बजे के बाद दिल्ली पहुंचे। रात्रि की बसों का शेड्यूल प्रभावित होने से अब सुबह व दोपहर की बस सेवाओं पर असर पड़ना भी तय माना जा रहा है।
उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी, रुड़की, रुद्रपुर, अल्मोड़ा, हल्द्वानी व पिथौरागढ़ समेत टनकपुर आदि से पूरा दिन दिल्ली के लिए बसों का संचालन होता है। रात्रि में करीब 250 बसें दिल्ली पहुंचती हैं और करीब 100 बसें वापसी करती हैं। इन सभी बसों के लिए संकट हो गया है। अभी तक दिल्ली से रोडवेज बसों के प्रवेश और संचालन पर कोई गाइड-लाइन उत्तराखंड को नहीं मिली है, लेकिन रोडवेज मुख्यालय ने सभी चालकों को संदेश प्रेषित कर दिया है कि दिल्ली में बसों का प्रवेश रात दस बजे से पहले या सुबह पांच बजे के बाद किया जाए। वहीं, जो बसें दिल्ली से रात दस बजे के बाद चलती हैं, वे भी अब दस बजे से पहले या सुबह पांच बजे के बाद ही चल पाएंगी। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि फिलहाल स्थिति संशय में है। जो बसें मंगलवार को गई हैं, उनके वापस आने पर ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
दिल्ली से होकर गुजरने वाली बसों पर असमंजस की स्थिति
उन बस सेवाओं के संचालन पर संशय की स्थिति बनी हुई है, जो दिल्ली से होकर गुजरती हैं। उत्तराखंड से अलवर व जयपुर समेत जोधपुर, फरीदाबाद, आगरा, गुरूग्राम आदि के लिए संचालित बस सेवाएं दिल्ली से होकर गुजरती हैं। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि अभी वाया दिल्ली वाली बसों की स्थिति स्पष्ट नहीं है। अभी दिल्ली से कोई गाइड-लाइन नहीं मिली है कि दिल्ली होकर गुजरने में भी प्रतिबंध है या नहीं। लिहाजा, मंगलवार को बसों को रवाना किया गया है। अगर कोई परेशानी होती है तो बुधवार से नई व्यवस्था के तहत संचालन किया जाएगा।
यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट
पहले उत्तराखंड की सीमाओं पर कोरोना टेस्टिंग और आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता होने से गत एक अप्रैल से यात्रियों का ग्राफ गिर गया था, लेकिन अब दिल्ली में रात्रि कर्फ्यू के बाद मंगलवार को यात्रियों की संख्या लगभग 70 फीसद तक घट गई। दून आइएसबीटी पर दिल्ली जाने वाली बसों में दस से बारह यात्री ही दिखाई दिए। इस सूरत में एक दर्जन से ज्यादा बसें निरस्त करनी पड़ी। कर्फ्यू की सूचना दिन में आने के बाद चार वाल्वो सेवा दिन में ही निरस्त कर दी गई थीं।
बसें रुकीं तो यात्रियों की बढ़ेगी मुसीबत
दिल्ली में रात्रि कर्फ्यू के बाद यात्रियों की मुसीबत बढ़ना तय माना जा रहा। दरअसल रोडवेज प्रबंधन की मानें तो अगर दिल्ली में रात दस बजे के बाद बसों को प्रवेश नहीं करने दिया गया तो बसें सीमा पर ही ठहर जाएंगी। कर्फ्यू की सूरत में दिल्ली में कोई वाहन भी नहीं चलेगा, ऐसा माना जा रहा। ऐसे में यात्रियों को पूरी रात सीमा पर ही गुजारनी पड़ सकती है। वहीं, बस चालक व परिचालक भी वहीं ठहरे रहेंगे व सुबह पांच बजे के बाद दिल्ली में प्रवेश करेंगे।