एसपी सिटी समेत तीन पुलिस अधिकारी बने आईपीएस, तीन आईपीएस का हुआ तबादला

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दिल्ली में मंगलवार को हुई डीपीसी में देहरादून की एसपी सिटी श्वेता चौबे, एसपी सिटी हल्द्वानी अमित श्रीवास्तव और एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव की आईपीएस बनने पर मुहर लग गई।

पीपीएस रैंक के इन अधिकारियों के आईपीएस संवर्ग में शामिल होने के आदेश 20 से 25 दिन में जारी होने की उम्मीद है। इसके बाद इन अधिकारियों को नई तैनाती मिलेगी। दिल्ली में हुई डीपीसी के दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, गृह सचिव नितेश कुमार झा और डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी मौजूद रहे।

रौतला बने आईजी कुमाऊं, अभिनव आईजी गढ़वाल रेंज

शासन ने तीन आईपीएस अफसरों का मंगलवार को तबादला आदेश जारी किया है। पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल रेंज अजय रौतेला को पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं रेंज के पद पर स्थानांतरित किया है।

पुलिस महानिरीक्षक पी एंड एम पुलिस मुख्यालय अभिनव कुमार को पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल रेंज के पद पर भेजा गया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्त से लौटे वी मुरूगेशन को पुलिस महानिरीक्षक पी एंड एम पुलिस मुख्यालय का चार्ज दिया है।

कोरोना संक्रमण रोकना प्राथमिकता

गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अभिनव कुमार ने मंगलवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण को रोकने के साथ अनलॉक-2 के आदेश का अनुपालन कराना है। आईजी अभिनव कुमार ने मंगलवार को निर्वतमान आईजी अजय रौतेला की मौजूदगी में कार्यभार संभाल लिया। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने उनसे शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान एसपी सिटी श्वेता चौबे, एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद आर्य उपस्थित थे।

आईजी ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कोरोना संकट के चलते पूरे रेंज में कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं हैं। पहला काम कोरोना संक्रमण को रोकना है। शासन के आदेशों का अनुपालन कराने के साथ प्रयास यहीं किया जाएगा कि आम जनता को कम से कम दिक्कत हो। आईजी अभिनव रेंज के तीन जिलों में कप्तान रह चुके है।

ऐसे में उन्हें भौगोलिक हिसाब से पूरी जानकारी है। संगठित अपराध के लिहाज से देहरादून और हरिद्वार संवेदनशील है। सक्रिय अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा। इससे पहले कुमाऊं रेंज में स्थानांतरित हुए आईजी अजय रौतेला को विदाई दी गई।

107 प्रधान सहायक बने प्रशासनिक अधिकारी

शिक्षा विभाग में 107 प्रधान सहायकों को प्रशासनिक अधिकारी बनाया गया है। अपर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा वीएस रावत की ओर से जारी की गई प्रमोशन की लिस्ट में कहा गया है कि यह प्रमोशन नितांत अस्थायी हैं। जो बिना पूर्व सूचना के किसी भी समय निरस्त किए जा सकते हैं।

वहीं, इस संबंध में यदि कोई वाद न्यायालय में विचाराधीन हो तो यह प्रमोशन न्यायालय के अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा। प्रमोशन पर न जाने पर संबंधित कर्मचारी के प्रमोशन पर अगले एक भर्ती वर्ष तक विचार नहीं किया जाएगा।

प्रमोशन वाले कार्मिकों को नई तैनाती पर भेज दिया गया है। उधर, प्रमोशन होने पर एजुकेशनल मिनिस्टीरियल ऑफिसर एसोसिएशन की ओर से शिक्षा सचिव, महानिदेशक और निदेशक का आभार जताया गया है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि कर्मचारियों को इसका लंबे समय से इंतजार था।

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