पिथौरागढ़ – शासन के निर्देशों के क्रम में जनपद में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनपद में स्थित नदियों व जलाशयों में एंग्लिंग (मछली पकड़ना) शुरू करने की कार्ययोजना को लेकर जिलाधिकारी रीना जोशी ने मत्स्य, वन, पर्यटन, विकास, सिंचाई आदि संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में एक आवश्यक बैठक ली
पिथौरागढ़ – शासन के निर्देशों के क्रम में जनपद में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनपद में स्थित नदियों व जलाशयों में एंग्लिंग (मछली पकड़ना) शुरू करने की कार्ययोजना को लेकर जिलाधिकारी रीना जोशी ने मत्स्य, वन, पर्यटन, विकास, सिंचाई आदि संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में एक आवश्यक बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में एंग्लिंग शुरु करने को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
जिला मत्स्य अधिकारी द्वारा जनपद की नदियों एवं जलाशयों में एंग्लिंग के लिए 11 बीट (क्षेत्र) चिन्हित किए गये हैं, जिनके बारे में उन्होंने जिलाधिकारी को अवगत कराया । जिस पर जिलाधिकारी ने जिला मत्स्य अधिकारी को निर्देश दिये कि एंग्लिंग के लिए ऐसे बीटों का चयन किया जाय जहां टूरिस्ट की पहुंच सुगम हो। टूरिस्ट को पैदल न जाना पड़े। उन्होंने चिहिन्त 11 बीटों के अलावा रामेश्वर, हरड़िया, गुंजी व बूंदी से आगे अन्य क्षेत्रों को भी बीटों के रूप में चिहिन्त करने के निर्देश दिये ताकि टूरिस्ट हिमालय दर्शन के अलावा एंग्लिंग का भी आनंद ले सकें। वहीं अन्य स्थानों को भी चिन्हित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद चंपावत में एंग्लिंग से कितनी आय प्राप्त हो रही है इसका ब्यौरा भी एकत्रित किया जाय।
बैठक में डीएफओ जीवन मोहन दगाड़े, मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी, जिला मत्स्य अधिकारी रमेश चलाल, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्य आदि उपस्थित थे।